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नाखूनों के रंग और स्वास्थ्य: जानें क्या कहते हैं आपके नाखून

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नाखूनों की सेहत और उनके रंग का महत्व

हम अपने नाखूनों को आकर्षक और स्वस्थ दिखाने के लिए कई उपाय करते हैं। मैनिक्योर कराना, उन्हें साफ रखना और चमकदार बनाना हमारी प्राथमिकता होती है। लेकिन नाखूनों का मुख्य कार्य केवल सुंदरता नहीं है; वे हमारी सेहत के बारे में भी महत्वपूर्ण संकेत देते हैं।


image नाखूनों के रंग में बदलाव सामान्य नहीं है

नाखूनों का रंग बदलना कई स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है। यदि आपके नाखून कमजोर हो गए हैं और आसानी से टूट रहे हैं, तो इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिनमें कुछ गंभीर बीमारियाँ शामिल हैं।


डॉक्टर से सलाह लें कि नाखूनों का सफेद, पीला या मोटा होना क्या दर्शाता है। इसके अलावा, नाखूनों पर धब्बे क्यों आते हैं और उन्हें स्वस्थ रखने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं। सफेद नाखूनों का क्या मतलब है?


इस विषय पर जानकारी साझा की है डॉक्टर सुनीता नागपाल ने।


image डॉ. सुनीता नागपाल, जनरल फिज़ीशियन, सैलुब्रिटास मेडसेंटर

नाखून हमारे शरीर की कई स्वास्थ्य स्थितियों का संकेत देते हैं। सामान्यतः, नाखून गुलाबी होते हैं और इनमें एक कर्व होता है। लेकिन यदि शरीर में कोई अंदरूनी समस्या या नाखूनों में संक्रमण है, तो उनका रंग और आकार बदल सकता है। सफेद नाखून अक्सर खून की कमी, हृदय रोग, फेफड़ों की समस्याओं या यकृत रोग का संकेत देते हैं।


खून की कमी की जांच के लिए ब्लड टेस्ट किया जाता है। यदि आयरन की कमी पाई जाती है, तो आयरन सप्लीमेंट्स और हरी पत्तेदार सब्जियाँ खाने की सलाह दी जाती है। विटामिन बी12 की कमी के लिए भी उचित आहार की आवश्यकता होती है। पीले नाखूनों का क्या मतलब है?


कभी-कभी, खराब नेलपॉलिश के कारण नाखून पीले हो सकते हैं। ऐसे में, नेलपॉलिश को बदलने या कुछ समय के लिए न लगाने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा, नाखूनों की मालिश करने के लिए तेल या क्रीम का उपयोग करने की सलाह दी जाती है। डायबिटीज और हृदय रोग भी नाखूनों के रंग को प्रभावित कर सकते हैं।


थायरॉइड की समस्या होने पर नाखून टूटने लगते हैं और उन पर धब्बे भी दिखाई देते हैं। इसलिए, नियमित जांच कराना और डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक है।


image कई बार स्किन की किसी बीमारी का असर भी नाखूनों पर पड़ता है

मोटे नाखूनों का क्या मतलब है?


यदि नाखून मोटे हो गए हैं, तो यह संकेत है कि उनमें कोई समस्या है। यह फंगल संक्रमण या सोरायसिस जैसी त्वचा की बीमारियों के कारण हो सकता है। ऐसे मामलों में, त्वचा विशेषज्ञ से परामर्श लेना आवश्यक है। यह समस्या अक्सर अधिक पानी में काम करने से फैलती है। इसलिए, हाथों और नाखूनों को अच्छे से सुखाना और मॉइश्चराइज़र का उपयोग करना महत्वपूर्ण है। नाखून कब डल और ड्राई हो जाते हैं?


नाखून केराटिन प्रोटीन से बने होते हैं। यदि शरीर में प्रोटीन की कमी हो जाती है, तो नाखून बेजान और सूखे हो जाते हैं। ऐसे में, प्रोटीन युक्त आहार लेने और नाखूनों की मालिश करने की सलाह दी जाती है।


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