लार, जिसे आमतौर पर मुंह से पानी आना कहा जाता है, पाचन प्रक्रिया के लिए अत्यंत आवश्यक है। यह न केवल मुंह को स्वस्थ रखने में मदद करता है, बल्कि भोजन को पचाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। लार में कई एंजाइम और रासायनिक तत्व होते हैं जो पाचन में सहायक होते हैं।
लार के लाभों में शामिल हैं:
1. **पाचन में सहायता**: लार में एमाइलेज नामक एंजाइम होता है, जो स्टार्च को तोड़ने में मदद करता है, जिससे पोषक तत्वों का अवशोषण आसान होता है।
2. **मुंह की सेहत**: यह मुंह को साफ रखने और बैक्टीरिया को दूर करने में सहायक है, जिससे मुंह के अल्सर और संक्रमणों से बचाव होता है।
3. **दांतों की सुरक्षा**: लार दांतों को सड़ने से बचाने में मदद करता है, क्योंकि इसमें ऐसे मिनरल्स होते हैं जो दांतों को मजबूत बनाते हैं।
4. **बोलने में सहायता**: लार मुंह में लुब्रिकेंट का काम करता है, जिससे बोलने में आसानी होती है।
लार की कमी के लक्षण
कई लोग लार की कमी से प्रभावित होते हैं, लेकिन उन्हें इसके बारे में जानकारी नहीं होती। लार की कमी के कुछ सामान्य लक्षण हैं:
- **मुंह का सूखना**: यह लार की कमी का सबसे सामान्य संकेत है।
- **निगलने में कठिनाई**: लार की कमी से खाने को निगलने में समस्या हो सकती है।
- **जीभ में जलन**: जीभ में जलन लार की कमी का एक और लक्षण है।
- **दांतों की समस्याएं**: लार की कमी से दांतों में सड़न की समस्या हो सकती है।
लार की कमी का उपचार
लार की कमी को दूर करने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं:
- **पर्याप्त पानी पीना**: पानी का सेवन लार के उत्पादन को बढ़ा सकता है।
- **शुगर-फ्री कैंडी या गम चबाना**: यह लार के उत्पादन को बढ़ाने में मदद कर सकता है।
- **आर्टिफिशियल लार का उपयोग**: यह मुंह को नम रखने में सहायक हो सकता है।
कुल मिलाकर, लार हमारे स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। हमें इसे बढ़ाने के लिए पर्याप्त पानी पीने और संतुलित आहार का सेवन करना चाहिए।
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