शेयर मार्केट में पिछले दिनों उतार-चढ़ाव के बावजूद कुछ स्टॉक में बहुत तेज़ी से बढ़त देखी गई है. पेटीएम और इटरनल जैसे स्टॉक में निवेशकों को पिछले कुछ माह में तगड़ा रिटर्न मिला है और इस बात का लोहा फंड मैनेजर्स ने भी माना. अपने पोर्टफोलियो के लिए फंड मैनेजर्स जिन स्टॉक को चुन रहे हैं उनमें अधिकतर ऐसे स्टॉक हैं, जो अपने सेक्टर से आउट परफॉर्म कर रहे हैं.
भारत के ख्यात फंड मैनेजर ऐसे स्टॉक में निवेश कर रहे हैं, जो तेज़ी में बने हुए हैं. पीएमएस बाज़ार के आंकड़ों से पता चलता है कि जुलाई में देश की टॉप 10 परफॉर्मेंस पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विस (पीएमएस) स्कीम्स ने फिनटेक यूनिकॉर्न से लेकर हेल्थकेयर डिसरप्टर्स और स्पेशलिटी केमिकल्स जैसे स्टॉक में निवेश किया है. इन इन्वेस्टमेंट में स्मार्टमनी फ्लो समझिये.
इनक्रेड एसेट मैनेजमेंट - हेल्थकेयर पोर्टफोलियो: 11.96% रिटर्न के साथ सबसे ऊपर.इस महीने का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करने वाला, इनक्रेड का हेल्थकेयर पोर्टफोलियो, देश के सबसे बड़े कैंसर केयर नेटवर्क, हेल्थकेयर ग्लोबल
एंटरप्राइजेज में 19.81% एलोकेशन के साथ मेडिकल पर दोगुना ज़ोर दे रहा है. इस फंड का विश्वास डायग्नोस्टिक्स की दिग्गज कंपनी थायरोकेयर टेक्नोलॉजीज (17.35%) और उभरती हुई कंपनी कृष्णा डायग्नोस्टिक्स (11.62%) तक फैला हुआ है.
इस हेल्थकेयर-केंद्रित रणनीति में जुबिलेंट फार्मोवा (10.04%) और आरपीजी लाइफ साइंसेज (6.81%) भी शामिल हैं, जो भारत के बढ़ते हेल्थकेयर इंफ्रास्ट्रक्चर और बढ़ते मेडिकल टूरिज्म का लाभ उठाने की दिशा में काम कर रहा है.
वैलक्रिएट की डिजिटल स्टॉक स्ट्रैटेजी: फिनटेक दिग्गजों में बड़ा निवेशवैलक्रिएट इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स का IME डिजिटल डिसरप्शन फंड (6.34% ऊपर) भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था में बदलाव पर साहसिक दांव दांव लगा रहा है. इस फंड ने इटरनल में 22% का निवेश किया है, इसके बाद फिनटेक दिग्गज वन97 कम्युनिकेशंस - पेटीएम (19.30%) और बीमा एग्रीगेटर पीबी फिनटेक (19.20%) में बड़े निवेश किए हैं.
यह डिजिटल थीसिस FSN ई-कॉमर्स वेंचर्स - नायका (11.40%) और फूड डिलीवरी दिग्गज स्विगी (7.10%) तक फैल तक फैली हुई है, जो पूरे नए ज़माने के कॉमर्स इकोसिस्टम को कवर करती है जो भारतीय उपभोक्ता व्यवहार को नया रूप दे रहा है.
वैलक्रिएट का लाइफसाइंसेज पोर्टफोलियो: एग्रोकेमिकल्स की लहर पर सवारवैलक्रिएट की एक और रणनीति जो धूम मचा रही है, वह है उनका लाइफसाइंसेज एंड स्पेशियलिटी अपॉर्चुनिटीज फंड (8.48% रिटर्न), जिसने खुद को एग्रो केमिकल सेक्टर में एक प्रमुख निवेश के रूप में स्थापित किया है. शारदा क्रॉपकेम इस सेक्टर में प्रमुख है , जिसका वेटेज 15.85% है और जिसे फार्मा दिग्गज डिवीज़ लैबोरेटरीज (9.33%) का समर्थन प्राप्त है.
भारत के ख्यात फंड मैनेजर ऐसे स्टॉक में निवेश कर रहे हैं, जो तेज़ी में बने हुए हैं. पीएमएस बाज़ार के आंकड़ों से पता चलता है कि जुलाई में देश की टॉप 10 परफॉर्मेंस पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विस (पीएमएस) स्कीम्स ने फिनटेक यूनिकॉर्न से लेकर हेल्थकेयर डिसरप्टर्स और स्पेशलिटी केमिकल्स जैसे स्टॉक में निवेश किया है. इन इन्वेस्टमेंट में स्मार्टमनी फ्लो समझिये.
इनक्रेड एसेट मैनेजमेंट - हेल्थकेयर पोर्टफोलियो: 11.96% रिटर्न के साथ सबसे ऊपर.इस महीने का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करने वाला, इनक्रेड का हेल्थकेयर पोर्टफोलियो, देश के सबसे बड़े कैंसर केयर नेटवर्क, हेल्थकेयर ग्लोबल
एंटरप्राइजेज में 19.81% एलोकेशन के साथ मेडिकल पर दोगुना ज़ोर दे रहा है. इस फंड का विश्वास डायग्नोस्टिक्स की दिग्गज कंपनी थायरोकेयर टेक्नोलॉजीज (17.35%) और उभरती हुई कंपनी कृष्णा डायग्नोस्टिक्स (11.62%) तक फैला हुआ है.
इस हेल्थकेयर-केंद्रित रणनीति में जुबिलेंट फार्मोवा (10.04%) और आरपीजी लाइफ साइंसेज (6.81%) भी शामिल हैं, जो भारत के बढ़ते हेल्थकेयर इंफ्रास्ट्रक्चर और बढ़ते मेडिकल टूरिज्म का लाभ उठाने की दिशा में काम कर रहा है.
वैलक्रिएट की डिजिटल स्टॉक स्ट्रैटेजी: फिनटेक दिग्गजों में बड़ा निवेशवैलक्रिएट इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स का IME डिजिटल डिसरप्शन फंड (6.34% ऊपर) भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था में बदलाव पर साहसिक दांव दांव लगा रहा है. इस फंड ने इटरनल में 22% का निवेश किया है, इसके बाद फिनटेक दिग्गज वन97 कम्युनिकेशंस - पेटीएम (19.30%) और बीमा एग्रीगेटर पीबी फिनटेक (19.20%) में बड़े निवेश किए हैं.
यह डिजिटल थीसिस FSN ई-कॉमर्स वेंचर्स - नायका (11.40%) और फूड डिलीवरी दिग्गज स्विगी (7.10%) तक फैल तक फैली हुई है, जो पूरे नए ज़माने के कॉमर्स इकोसिस्टम को कवर करती है जो भारतीय उपभोक्ता व्यवहार को नया रूप दे रहा है.
वैलक्रिएट का लाइफसाइंसेज पोर्टफोलियो: एग्रोकेमिकल्स की लहर पर सवारवैलक्रिएट की एक और रणनीति जो धूम मचा रही है, वह है उनका लाइफसाइंसेज एंड स्पेशियलिटी अपॉर्चुनिटीज फंड (8.48% रिटर्न), जिसने खुद को एग्रो केमिकल सेक्टर में एक प्रमुख निवेश के रूप में स्थापित किया है. शारदा क्रॉपकेम इस सेक्टर में प्रमुख है , जिसका वेटेज 15.85% है और जिसे फार्मा दिग्गज डिवीज़ लैबोरेटरीज (9.33%) का समर्थन प्राप्त है.
You may also like
झारखंड : पूर्व सीएम शिबू सोरेन के संस्कार भोज में शामिल हुए राज्यपाल, सीएम हेमंत और परिजनों से की मुलाकात
यादों में सुर-ताल और राग : संगीत को समर्पित की 'जसरंगी' शैली, आकाशगंगा में भी चमक रहे 'पंडित जसराज'
ज्यादा सोचने, शक करने या काम टालने की आदत से हैं परेशान, आयुर्वेद से जानें इसका कारण क्या?
जीएसटी में सुधार सही समय पर उठाया गया कदम, जरूरी वस्तुओं पर कम हो सकता है टैक्स : एक्सपर्ट
इंग्लैंड के जैकब बेथेल नहीं तोड़ पाएंगे भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे युवा कप्तान का रिकॉर्ड