शेयर मार्केट में सोमवार को कारोबार की शुरुआत हालांकि कुछ गिरावट के साथ हुई और ओपनिंग बेल के साथ ही निफ्टी 25700 के लेवल से नीचे चला गया. कुछ समय बाद मार्केट में बाउंस बैक हुआ, जिसे बैंकिंग स्टॉक ने लीड किया. इस बीच रिटेल इन्वेस्टर्स के स्टॉक Vodafone Idea Ltd के शेयर प्राइस में बाज़ार खुलते ही 5% की तेज़ी देखी गई. वोडाफोन आइडिया के शेयर में एक खबर के बाद खरीदारी देखी गई और वह 9.20 रुपए के डे हाई लेवल पर पहुंच गया. इसी के साथ कंपनी का मार्केट कैप एक लाख करोड़ रुपए के करीब आ गया. पिछले कुछ माह से वोडाफोन आइडिया के शेयर प्राइस में बहुत उथल-पुथल हो रही है. इसके बावजूद स्टॉक पिछले छह माह में 23% की तेज़ी दिखा चुका है.
वोडाफोन आइडिया में निवेश की खबर से आई तेज़ीVodafone Idea में अमेरिकी फर्म के निवेश करने की खबरों के बीच स्टॉक में खरीदी देखी गई. पीई फर्म टिलमैन ग्लोबल होल्डिंग्स (टीजीएच) वोडाफोन आइडिया वीआई) में 4-6 अरब डॉलर (करीब 35,000-52,800 करोड़ रुपये) निवेश करने और कैश संकट से जूझ रही इस घाटे में चल रही दूरसंचार कंपनी के ऑपरेशन का कंट्रोल अपने हाथ में लेने के लिए बातचीत कर रही है. सूत्रो के हवाले से मीडिया में ये खबरें आ रही हैं.
खबरों में कहा गया है, कि हालांकि यह निवेश तभी होगा जब सरकार वीआई की सभी देनदारियों को कवर करने वाला एक व्यापक पैकेज देगी, जिसमें समायोजित सकल राजस्व (एजीआर) और स्पेक्ट्रम भुगतान पर आधारित बकाया राशि भी शामिल है.
सूत्रों ने कहा कि अगर यह डील होती है तो टीजीएच प्रमोटर का दर्जा ले लेगा और मौजूदा प्रमोटरों आदित्य बिड़ला समूह और यूके की वोडाफोन से कंट्रोल ले लेगा. आगे कहा गया कि भारत सरकार लगभग 49% हिस्सेदारी के साथ दूरसंचार कंपनी की सबसे बड़ी शेयरधारक बनी रहेगी.
ऑपरेटिंग एक्सपर्ट है न्यूयॉर्क की यह कंपनीन्यूयॉर्क की इन्वेस्टमेंट फर्म सभी बकाया राशि की माफी नहीं चाह रही है, लेकिन देनदारियों का रि-स्ट्रक्चरिंग चाहती है जिससे कंपनी को कुछ राहत मिले और उसने सरकार को एक विस्तृत प्रस्ताव सौंपा है. सूत्रों के हवाले कहा गया कि अगर सरकार वीआई को राहत पैकेज देती है तो आने वाले महीनों में डील पक्की हो सकती है.
वोडाफोन आइडिया में निवेश की खबर से आई तेज़ीVodafone Idea में अमेरिकी फर्म के निवेश करने की खबरों के बीच स्टॉक में खरीदी देखी गई. पीई फर्म टिलमैन ग्लोबल होल्डिंग्स (टीजीएच) वोडाफोन आइडिया वीआई) में 4-6 अरब डॉलर (करीब 35,000-52,800 करोड़ रुपये) निवेश करने और कैश संकट से जूझ रही इस घाटे में चल रही दूरसंचार कंपनी के ऑपरेशन का कंट्रोल अपने हाथ में लेने के लिए बातचीत कर रही है. सूत्रो के हवाले से मीडिया में ये खबरें आ रही हैं.
खबरों में कहा गया है, कि हालांकि यह निवेश तभी होगा जब सरकार वीआई की सभी देनदारियों को कवर करने वाला एक व्यापक पैकेज देगी, जिसमें समायोजित सकल राजस्व (एजीआर) और स्पेक्ट्रम भुगतान पर आधारित बकाया राशि भी शामिल है.
सूत्रों ने कहा कि अगर यह डील होती है तो टीजीएच प्रमोटर का दर्जा ले लेगा और मौजूदा प्रमोटरों आदित्य बिड़ला समूह और यूके की वोडाफोन से कंट्रोल ले लेगा. आगे कहा गया कि भारत सरकार लगभग 49% हिस्सेदारी के साथ दूरसंचार कंपनी की सबसे बड़ी शेयरधारक बनी रहेगी.
ऑपरेटिंग एक्सपर्ट है न्यूयॉर्क की यह कंपनीन्यूयॉर्क की इन्वेस्टमेंट फर्म सभी बकाया राशि की माफी नहीं चाह रही है, लेकिन देनदारियों का रि-स्ट्रक्चरिंग चाहती है जिससे कंपनी को कुछ राहत मिले और उसने सरकार को एक विस्तृत प्रस्ताव सौंपा है. सूत्रों के हवाले कहा गया कि अगर सरकार वीआई को राहत पैकेज देती है तो आने वाले महीनों में डील पक्की हो सकती है.
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