हेपेटाइटिस लिवर के सूजन को कहते हैं, यह बीमारी अधिकतर वायरल इंफ़ेक्शन की वजह से होती है.
इससे लीवर कैंसर, लीवर फेलियर और लिवर से संबंधित दूसरी कई बीमारियां हो सकती हैें.
इस वायरस के 5 स्ट्रेन होते हैं. जिनका नाम ए से लेकर ई तक है. इनमें से सबसे ज़्यादा ख़तरनाक बी और सी हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुमान के मुताबिक़ प्रत्येक साल इस बीमारी से 13 लाख लोगों की मौत हुई है. इसका मतलब है कि प्रत्येक 30 सेकेंड में हेपेटाइटिस से 1 व्यक्ति की मौत हो रही है.
हेपेटाइटिस का दायरा कितना बड़ा?
डब्ल्यूएचओ के अनुमान के मुताबिक 25.4 करोड़ लोग हेपेटाइटिस बी से ग्रसित हैं और 5 करोड़ लोगों को हेपेटाइटिस सी बीमारी है.
डब्ल्यूएचओ का कहना है हर साल इन बीमारियों के 20 लाख से ज़्यादा नए मामले सामने आते हैं.
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डब्ल्यूएचओ के पश्चिमी पैसफिक क्षेत्र में 9.7 करोड़ लोग इस बीमारी से लंबे समय से संक्रमित हैं. इसमें चीन, जापान, ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड शामिल हैं.
इस बीमारी से 6.5 करोड़ लोग अफ़्रीका में प्रभावित हैं.
डब्ल्यूएचओ के दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में, जिसमें भारत, थाईलैंड और इंडोनेशिया शामिल हैं, 6.1 करोड़ लोग इस बीमारी से प्रभावित हैं.
डब्ल्यूएचओ का कहना है कि हेपेटाइटिस ई हर साल दुनिया में 2 करोड़ लोगों को संक्रमित करता है और इससे साल 2015 में 44 हज़ार लोगों की मौत हो गई थी. यह दक्षिण और पूर्वी एशिया में सामान्य बात है.
हेपेटाइटिस कैसे फैलता है?हेपेटाइटिस ए ज़्यादातर मल से दूषित भोजन या पानी पीने से या किसी संक्रमित व्यक्ति के सीधे संपर्क में आने से होता है.
यह कम और मध्यम आय वाले देशों में सामान्य है, जहां स्वच्छता की स्थिति बहुत ख़राब है.
इसके लक्षण जल्द ही ख़त्म हो जाते हैं और क़रीब सभी इससे ठीक हो जाते हैं. हालांकि इससे लिवर फ़ेल होने का खतरा होता है.
हेपेटाइटिस ए दूषित भोजन या पानी वाले जगहों पर महामारी के रूप में फैलता है, जैसे साल 1998 में चीन के शंघाई में इस वायरस से 3 लाख लोग संक्रमित हुए थे.
उसके बाद से चीन ने लोगों को हेपेटाइटिस ए के लिए टीका देना शुरू कर दिया.

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ये बीमारी इन कारणों से फैल सकती है -
- जन्म के दौरान मां से बच्चे में
- एक बच्चे से दूसरे बच्चे के संपर्क में आने से
- दूषित सुइयों और सिरिंजों से गोदने, छेदने या संक्रमित ख़ून और शरीर के तरल पदार्थों के संपर्क में आने से (उदाहरण के लिए, सेक्स के दौरान)
हेपेटाइटिस सी और डी भी संक्रमित रक्त के संपर्क में आने से फ़ैलता है. जैसे कि सुइयों या सिरिंजों को अलग अलग मरीज़ों के लिए इस्तेमाल करना या दूषित खून को किसी व्यक्ति को देने से भी फैलता है.
केवल हेपेटाइटिस बी वाले लोग ही हेपेटाइटिस डी से संक्रमित हो सकते हैं. ऐसा करीब 5 फ़ीसदी लोगों के साथ होता है जो बहुत पहले से हेपेटाइटिस बी से संक्रमित हैं, और यह उन्हें विशेष रूप से ज़्यादा संक्रमित करता है.
हेपेटाइटिस ई दूषित पानी पीने और खाना खाने से होता है. यह दक्षिण और पूर्वी एशिया में बहुत ही सामान्य बात है और ये खासकर गर्भवती महिला के लिए काफ़ी हानिकारक हो सकता है.
हेपेटाइटिस के क्या लक्षण होताे हैं?डब्ल्यूएचओ के मुताबिक ये हेपेटाइटिस के लक्षण निम्नलिखित हैं-
- बुखार
- कमज़ोरी
- भूख की कमी
- दस्त
- उलटी
- पेट में दर्द
- गहरे रंग का पेशाब और पीला मल
- पीलिया (त्वचा और आंखों के सफेद भाग का पीला होना )
हालांकि हेपेटाइटिस से ग्रसित कई लोगों को बहुत हलके लक्षण होते है, वहीं कई लोगों में लक्षण नहीं दिखते.
डब्ल्यूएचओ के साल 2022 के नए आंकड़ों से पता चलता है कि दुनिया में 13 फ़ीसदी क्रोनिक हेपेटाइटिस बी के मरीज़ों और 36 फ़ीसदी हेपेटाइटिस सी के ग्रसित लोगों के इस बीमारी के बारे में पता चला है.
सबसे खतरनाक ये है कि वह लोग बिना जाने के संक्रमण को आगे फैला सकते हैं. इसलिए डब्ल्यूएचओ और डॉक्टर लोगों से ज़्यादा से ज़्यादा जांच कराने का आग्रह करते हैं.
हेपेटाइटिस का टेस्ट और इलाज़आप हेपेटाइटिस ए, बी और सी की जांच के लिए पारिवारिक डॉक्टर या सेक्सुअल हेल्थ क्लिनिक में जाकर ब्लड टेस्ट करा सकते हैं.
हेपेटाइटिस ए के लिए कोई खास इलाज नहीं है. हालांकि, अधिकतर लोग इससे जल्द ठीक हो जाते हैं और इस वायरस के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो जाता है.
क्रोनिक हेपेटाइटिस बी और सी दोनों को एन्टीवायरल एजेंट से ठीक किया जा सकता है, साइरोसिस बढ़ने से रोकता है और लिवर केंसर की संभावना कम होती है.
हेपेटाइटिस ए और बी को रोकने के लिए वैकसीन (टीका) हैं.
जन्म के समय शिशुओं को दिया जाने वाला हेपेटाइटिस बी का टीका उनकी मां से हेपेटाइटिस फैलने से रोकता है, और हेपेटाइटिस डी से भी बचा सकता है.
हेपेटाइटिस सी के कोई वैकसीन नहीं हैं और हेपेटाइटिस ई के लिए वैकसीन सभी जगह मौजूद नहीं है.
हम खुद को हेपेटाइटिस से कैसे बचा सकते हैं?
हेपेटाइटिस ई से बचने के लिए जानवरों के लिवर को खाने से पहले अच्छे से पकाए.
डब्ल्यूएचओ के मुताबिक हेपेटाइटिस के संग्रमण को फैलने से रोकने के लिए-
- भोजन से पहले और शौचालय जाने के बाद नियमित रूप से हाथ धोए
- घरों में सुरक्षित पीने का पानी की पर्याप्त आपूर्ति
- समुदायों के भीतर उचित सीवेज की व्यवस्था
डब्ल्यूएचओ के मुताबिक आप हेपेटाइटिस बी, सी और डी से खुद को बचाने के लिए-
- सेफ़ सेक्स, कंडोम का इस्तेमाल और ज़्यादा महिलाओं से शारीरिक संबंध बनाने से बचकर खुद बचा सकते हैं
- इंजेक्शन और छेदने या गोदने के लिए सुइयों को किसी दूसरे के साथ उपयोग नहीं करें
- हेपेटाइटिस बी के लिए खून और दूषित फर्स के संपर्क में आने के बाद हाथ धोए
- आप वयस्क हैं और स्वास्थ्य सेवा में काम कर रहे हैं, तो हेपेटाइटिस बी के लिए टीका लगवाएं, क्योंकि जन्म के समय दिया गया टीका 20 सालों तक ही चलता है
- हेपेटाइटिस ई से बचने के लिए खुद को स्वच्छ रखें और जानवरों के लिवर को अच्छे से पका कर खाए, खासकर सूअर के लिवर को
स्वास्थ्य अधिकारी हेपेटाइटिस को ख़त्म करने का प्रयास कैसे कर रहे हैं?
डब्ल्यूएचओ का कहना है कि वह 2030 तक हेपेटाइटिस बी और सी से पीड़ित लोगों की संख्या को 90 फ़ीसदी तक कम करना चाहता है और इससे होने वाली मौतों की संख्या को 65 फीसदी तक कम करना चाहता है.
हालाँकि, इसमें कहा गया है कि हेपेटाइटिस वायरस से होने वाली मौतें बढ़ रही हैं. इसके नए डेटा से पता चलता है कि वे 2019 में दुनिया भर में 11 लाख से बढ़कर 2022 में 13 लाख हो गए.
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