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आदिवासी बहुलता वाले राजस्थान के इस शहर ने फिर मारी बाजी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू देंगी 'सबसे स्वच्छ शहर' का खिताब

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राजस्थान का आदिवासी बहुल जिला डूंगरपुर एक बार फिर स्वच्छता के क्षेत्र में राज्य में अव्वल आया है। भारत सरकार के आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा आयोजित स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में डूंगरपुर को 50 हज़ार की जनसंख्या श्रेणी में 'सुपर स्वच्छ लिग सिटी' पुरस्कार के लिए चुना गया है। यह सम्मान देश भर के 15 शहरों को दिया जा रहा है, जिसमें डूंगरपुर राजस्थान का एकमात्र शहर है। इस उपलब्धि का श्रेय नगर परिषद कर्मचारियों और डूंगरपुर की जागरूक जनता को जाता है। यह पुरस्कार 17 जुलाई को दिल्ली के विज्ञान भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा प्रदान किया जाएगा।

2018 में शुरू हुआ स्वच्छता का सफ़र

डूंगरपुर का यह सफ़र 2018 में शुरू हुआ जब इसने पहली बार स्वच्छता सर्वेक्षण में भाग लिया। 2016 में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस सर्वेक्षण योजना की शुरुआत की, तब तत्कालीन नगर परिषद सभापति के.के. गुप्ता के नेतृत्व में डूंगरपुर को स्वच्छ बनाने का अभियान चलाया गया। शुरुआत में चुनौतियाँ ज़रूर आईं, लेकिन नगर परिषद, सफ़ाई कर्मचारी और शहरवासी पीछे नहीं हटे। 2019 और 2020 में डूंगरपुर राजस्थान में प्रथम स्थान पर रहा और फिर 2021 में राष्ट्रीय स्तर पर 'भारत का सबसे स्वच्छ शहर' और '3 स्टार सिटी' का पुरस्कार जीतकर इतिहास रच दिया।

सफ़ाईकर्मियों की भूमिका रही अहम

डूंगरपुर की सफलता के पीछे नगर परिषद की मज़बूत टीम और समर्पित सफ़ाईकर्मियों की अहम भूमिका रही है। रात 8 बजे से सुबह 3 बजे तक, लगभग 40 सफ़ाईकर्मी, चाहे सर्दी हो या बारिश, हर रात शहर की सफ़ाई में जुटे रहते हैं। सहायक अभियंता लोकेश पाटीदार के अनुसार, अधिकारियों द्वारा प्रतिदिन रूट तय किए जाते हैं और उन पर सफ़ाई की जाती है। सफ़ाईकर्मियों का यह समर्पण पिछले आठ वर्षों से एक दिन के लिए भी नहीं टूटा है।

स्वच्छता के विभिन्न आयामों पर कार्य
नगर परिषद ने सिर्फ़ सफ़ाई तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि सफ़ाई के सभी पहलुओं पर काम किया। इसमें घर-घर जाकर कचरा संग्रहण, गीले और सूखे कचरे का पृथक्करण, प्लास्टिक का उपयोग बंद करना और स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करना शामिल है। स्कूलों और वार्ड स्तर पर समय-समय पर जागरूकता शिविर आयोजित किए जाते हैं ताकि लोग स्वच्छता को अपनी जीवनशैली का हिस्सा बना सकें। इस समग्र दृष्टिकोण ने डूंगरपुर को बार-बार शीर्ष स्थान दिलाया है।

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