राजस्थान में इस बार दक्षिण-पश्चिम मानसून के तय समय से पहले प्रवेश की प्रबल संभावना है। माना जा रहा है कि इस बार मानसून 20 जून तक प्रदेश में प्रवेश करेगा, तथा जुलाई के प्रथम सप्ताह में पूरे प्रदेश को कवर कर लेगा। इस बार भी मानसून के उदयपुर-बांसवाड़ा जिले के रास्ते प्रदेश में प्रवेश करने की संभावना है। प्रवेश मार्ग के इन जिलों पर मानसून की मेहरबानी की प्रबल संभावना है। मौसम विभाग ने इस वर्ष प्रदेश में सामान्य से अधिक बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है, वहीं दूसरी ओर मौसम विशेषज्ञों ने प्रदेश के दो संभागों के अलावा अन्य संभागीय क्षेत्रों में कम या अधिक बारिश की संभावना जताई है।
कोटा-उदयपुर संभाग में भारी बारिश की संभावना
इस बार प्रदेश के कोटा व उदयपुर संभाग में भारी मानसूनी बारिश का दौर सक्रिय रहने वाला है। अब तक प्राप्त मौसम पूर्वानुमानों के अनुसार 20 जून के आसपास मानसून के प्रवेश के बाद कोटा व उदयपुर संभाग में भारी बारिश की प्रबल संभावना है। जबकि स्थानीय मौसम तंत्र से इस बार प्रदेश के अन्य संभागों में कम या अधिक बारिश की संभावना है। जयपुर समेत कई जिलों में मध्यम बारिश
मौसम विशेषज्ञों के आकलन के अनुसार इस साल जयपुर, टोंक, सवाई माधोपुर और सीकर जिलों में मानसून की सक्रियता पिछले साल से कम रहने की उम्मीद है। हालांकि, मानसून के प्रवेश के मार्ग पर बांसवाड़ा, उदयपुर, झालावाड़, चित्तौड़गढ़ और भीलवाड़ा जिलों में इस साल अच्छी बारिश के आसार हैं।
बीसलपुर बांध के फिर छलकने का इंतजार
मौसम विशेषज्ञों ने इस साल टोंक जिले में सामान्य से कम बारिश का अनुमान जताया है। हालांकि, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़ और बांसवाड़ा जिलों में अच्छी बारिश के संकेत हैं। ऐसे में राजधानी जयपुर की लाइफलाइन कहे जाने वाले टोंक स्थित बीसलपुर बांध को लेकर अभी भी संशय बना हुआ है। पिछले साल बांध बनने के बाद सातवीं बार छलक गया था, जबकि इस बार बांध फिर छलकेगा या नहीं, फिलहाल स्थिति स्पष्ट नहीं है।
राज्य के भरतपुर संभाग में इस साल मानसून की अच्छी बारिश का अनुमान है। बताया जा रहा है कि भरतपुर, करौली, धौलपुर जिला क्षेत्र में इस साल मानसून के दौरान अच्छी बारिश होने की संभावना है। वहीं, जोधपुर, बीकानेर जिले में इस साल मानसून के दौरान कम बारिश होने की संभावना है।