राजस्थान में खनन माफियाओं का आतंक बढ़ता जा रहा है। ताजा मामला कोटा से सामने आया है, जहां अवैध खनन रोकने गए बॉर्डर होमगार्ड के जवान को डंपर चालक ने अगवा कर लिया। उसके साथ मारपीट भी की और 20 किलोमीटर दूर जंगल में फेंक दिया।
चेकिंग के दौरान किया अपहरण
यह सनसनीखेज वारदात एनएच-27 पर बीते शुक्रवार रात करीब 1:50 बजे हुई। खनन विभाग की टीम जिले में अवैध खनन परिवहन के खिलाफ अभियान चला रही थी। इसी सिलसिले में हाईवे 27 कोटा बाइपास पर कैथून रोड धाकड़खेड़ी पुलिया पर चेकिंग की जा रही थी। इस दौरान टीम ने एक बिना नंबर के डंपर को रोका, जिसमें खनिज बजरी भरी हुई थी। शक होने पर वाहन को रुकवाया गया और चालक से दस्तावेज मांगे गए। उसने कोई दस्तावेज नहीं दिखाए। इस पर खनन विभाग के वरिष्ठ फोरमैन गंगाधर मीना ने वाहन को जब्त कर लिया और बॉर्डर होमगार्ड के जवान परमपाल सिंह को डंपर में बैठाकर पुलिस थाना उद्योग नगर ले जाने लगे।
भागते समय खनन विभाग की गाड़ी ने उसका पीछा किया
इसी बीच मौका देखकर चालक जवान को लेकर भाग गया। भागते समय खनन विभाग की गाड़ी ने उसका पीछा करने का प्रयास किया, लेकिन अवैध खनन माफियाओं की एक मारुति स्विफ्ट कार ने आगे से ओवरटेक कर विभाग की गाड़ी का रास्ता रोक लिया। जिससे चालक उनकी पकड़ से छूट गया।
अपहरण कर जंगल में ले गए
वही डम्पर चालक जवान परमपाल सिंह को नया नोहरा की पुलिया से वापस झालावाड़ रोड पर रेलवे पुलिया और झालावाड़ पुलिया के बीच जंगल में ले गया। वहां उसने जवान के साथ बुरी तरह मारपीट की, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। और जवान को जंगल में फेंककर चालक डम्पर में भरी बजरी खाली कर भाग गया।
तलाश में जुटी पुलिस
खनन विभाग की टीम ने अज्ञात डम्पर चालक के खिलाफ कोटा शहर के उद्योग नगर थाने में मामला दर्ज कराया है। पुलिस अब डम्पर चालक और उसके साथियों की तलाश में जुटी हुई है। इस घटना ने एक बार फिर राजस्थान में खनन माफिया के बढ़ते दुस्साहस और कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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