नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा सोनिया गांधी, राहुल गांधी व अन्य नेताओं के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने व संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई के खिलाफ कांग्रेस बुधवार को देशभर में ईडी दफ्तरों के बाहर प्रदर्शन करेगी। इसी सिलसिले में राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने भी 16 अप्रैल को दोपहर 12 बजे जयपुर में ईडी दफ्तर के बाहर प्रदर्शन करने की घोषणा की है। कांग्रेस के इस प्रदर्शन में पार्टी के विधायक, पूर्व प्रत्याशी, सांसद, पदाधिकारी व बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल होंगे।
'ईडी का आरोपपत्र राजनीतिक प्रतिशोध'
कांग्रेस का कहना है कि नेशनल हेराल्ड की संपत्ति जब्त करना व उचित कानूनी प्रक्रिया का पालन किए बिना कांग्रेस नेताओं के खिलाफ ईडी द्वारा आरोपपत्र दाखिल करना 'राजनीतिक प्रतिशोध' है। गोविंद सिंह डोटासरा के नेतृत्व में यह प्रदर्शन केंद्र सरकार पर 'राजनीतिक द्वेष' व 'लोकतंत्र के दमन' के आरोपों के खिलाफ होगा। कांग्रेस प्रवक्ता स्वर्णिम चतुर्वेदी ने बताया कि प्रदर्शन में पार्टी के विधायक, पूर्व प्रत्याशी, सांसद, पदाधिकारी व बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि यह केवल कांग्रेस की लड़ाई नहीं है, बल्कि देश की लोकतांत्रिक आत्मा की लड़ाई भी है, जिसे केंद्र सरकार ईडी जैसी संस्थाओं का दुरुपयोग करके कुचलना चाहती है।
चार्जशीट में इन कांग्रेस नेताओं के नाम
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। चार्जशीट में कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा और सुमन दुबे का नाम भी आरोपी के तौर पर शामिल है। जानकारी के मुताबिक, अन्य आरोपियों में यंग इंडियन, डॉटेक्स मर्चेंडाइज प्राइवेट लिमिटेड और सुनील भंडारी शामिल हैं। मामले में अगली सुनवाई 25 अप्रैल को होगी।
ईडी ने शनिवार को कहा कि उसने 661 करोड़ रुपये की उन अचल संपत्तियों को कब्जे में लेने के लिए नोटिस जारी किया है, जिन्हें उसने कांग्रेस नियंत्रित नेशनल हेराल्ड अखबार और एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत कुर्क किया था। ईडी की जांच 2021 में तब शुरू हुई जब दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट के मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट ने 26 जून, 2014 को भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी की एक निजी शिकायत पर संज्ञान लिया।
आपराधिक साजिश का आरोप
शिकायत में सोनिया, उनके सांसद बेटे राहुल, दिवंगत कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा और ऑस्कर फर्नांडिस के अलावा दुबे, पित्रोदा और एक निजी कंपनी यंग इंडियन सहित कई प्रमुख राजनीतिक हस्तियों की संलिप्तता वाली 'आपराधिक साजिश' पर प्रकाश डाला गया है। एजेएल नेशनल हेराल्ड न्यूज प्लेटफॉर्म (अखबार और वेब पोर्टल) का प्रकाशक है, जिसका स्वामित्व यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड के पास है।
50 लाख रुपये में 2000 करोड़ रुपये की संपत्ति खरीदी
कांग्रेस नेता सोनिया और राहुल यंग इंडियन के सबसे बड़े शेयरधारक हैं, जिनमें से प्रत्येक के पास 38 प्रतिशत शेयर हैं। कुछ साल पहले, इस मामले में ईडी ने उनसे घंटों पूछताछ की थी। ईडी ने दावा किया कि उसकी जांच में "निर्णायक रूप से" पाया गया है कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी के "लाभकारी स्वामित्व वाली" एक निजी कंपनी यंग इंडियन ने 2,000 करोड़ रुपये की एजेएल संपत्ति को मात्र 50 लाख रुपये में "खरीदा", जो इसके वास्तविक मूल्य से बहुत कम है। ईडी ने आरोप लगाया कि यंग इंडियन और एजेएल की संपत्तियों का इस्तेमाल 18 करोड़ रुपये के फर्जी दान, 38 करोड़ रुपये के फर्जी अग्रिम किराए और 29 करोड़ रुपये के फर्जी विज्ञापनों के रूप में अपराध की आय अर्जित करने के लिए किया गया था।
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