राजस्थान के पूर्वी हिस्से पर मानसून अपनी मेहरबानी बरसा रहा है। इसके चलते डीग, करौली, जयपुर, अजमेर समेत कई इलाकों में बादल जमकर बरस रहे हैं। हालात ऐसे हैं कि सुकून देने वाली बारिश अब लोगों के लिए चिंता का विषय बनती जा रही है। क्योंकि लगातार हो रही बारिश के चलते निचले इलाकों में पानी भरने लगा है। लेकिन दूसरी तरफ किसानों के चेहरों पर मुस्कान है, क्योंकि यह बारिश खरीफ की फसल के लिए अमृत के समान है। इसके अलावा कुछ इलाकों में ओलावृष्टि की भी खबरें हैं। इसके साथ ही मौसम विभाग ने 1 से 4 जुलाई तक पूर्वी हिस्से के 20 से ज्यादा जिलों में भारी बारिश के साथ ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की है।
पश्चिम से अभी दूर है मानसून
सोमवार को मौसम विभाग की ओर से जारी 24 घंटे की रिपोर्ट के अनुसार सोमवार को प्रदेश में कुछ स्थानों पर बारिश और मेघगर्जन के साथ बौछारें दर्ज की गईं। तापमान की बात करें तो राज्य में सबसे अधिक अधिकतम तापमान श्रीगंगानगर में 40.3 डिग्री सेल्सियस तथा सबसे कम न्यूनतम तापमान माउंट आबू में 17.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दर्ज किए गए प्रेक्षणों के अनुसार राज्य के अधिकांश भागों में हवा में नमी की औसत मात्रा 40 से 80 प्रतिशत के बीच दर्ज की गई।
मुख्य जिलों का न्यूनतम तापमान इस प्रकार रहा
मौसम विभाग की पूर्वानुमान रिपोर्ट के अनुसार सोमवार को अजमेर में न्यूनतम तापमान 23.8 डिग्री, अलवर में 26.0 डिग्री, जयपुर में 26.4 डिग्री, सीकर में 21.5 डिग्री, कोटा में 26.6 डिग्री, चित्तौड़गढ़ में 24.8 डिग्री, बाड़मेर में 27.0 डिग्री, जैसलमेर में 27.0 डिग्री, जोधपुर में 25.9 डिग्री, बीकानेर में 28.4 डिग्री, चूरू में 22.7 डिग्री तथा श्रीगंगानगर में 26.8 डिग्री तथा माउंट आबू में 17.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
यहां होगी भारी बारिश
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार 1 से 4 जुलाई तक 20 से ज्यादा इलाकों में भारी बारिश के साथ ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके अनुसार बांसवाड़ा, डूंगरपुर, झालावाड़, प्रतापगढ़, बारां, बूंदी, चित्तौड़गढ़, झालावाड़, कोटा, प्रतापगढ़, अजमेर, भीलवाड़ा, राजसमंद, सिरोही, उदयपुर, जालौर, सिरोही, कोटा, झालावाड़ा, बूंदी और बारां में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। जिसके तहत पूर्वी राजस्थान के सभी जिलों में मेघगर्जन, बिजली चमकने, तेज हवाएं चलने की संभावना है। इस दौरान हवा की गति 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है।
बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र
मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बना है, जो धीरे-धीरे झारखंड की तरफ शिफ्ट हो रहा है। इसके प्रभाव से एक जुलाई से पूर्वी राजस्थान में बादल-बारिश की गतिविधियां तेजी से शुरू होंगी। पश्चिमी राजस्थान के प्रति मानसून की बेरुखी भी दूर होने की संभावना है, जिसके तहत अनुमान है कि दो जुलाई से यहां भी बारिश का दौर शुरू हो जाएगा। जो एक सप्ताह तक चलेगा। इस दौरान कुछ स्थानों पर भारी बारिश की भी संभावना है।
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