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राजस्थान में शर्मनाक लापरवाही! प्रेग्नेंट महिला ने लगाया आरोप- 'डॉक्टर की मौजूदगी में जबरदस्ती डिलीवरी करवाई', जाने क्या है पूरा मामला

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सीकर जिले के लोसल उप चिकित्सालय में प्रसव के समय नवजात की मौत पर परिजनों ने हंगामा कर दिया। परिजन डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए धरने पर बैठ गए। परिजनों का आरोप है कि जिला अस्पताल प्रभारी डॉ. अशोक वर्मा ने स्वीपर और नर्सिंग स्टाफ के साथ मिलकर जबरन प्रसव करवाया। जबकि परिजन बार-बार गर्भवती महिला को सीकर रेफर करने की मांग कर रहे थे। गर्भवती महिला के पिता सुखदेवाराम ने बताया कि वे सुबह 8 बजे अपनी बेटी प्रभाती देवी मील को दिखाने अस्पताल आए थे। इसके बाद शाम करीब 5 बजे गर्भवती महिला को प्रसव के लिए लेबर रूम में ले जाया गया। करीब 7 बजे प्रसव हुआ, इस दौरान नवजात की मौत हो गई।

परिवार को लेबर रूम में जाने से रोका गया
परिवार का आरोप है कि प्रसव के बाद करीब आधे घंटे तक डॉक्टरों ने उन्हें लेबर रूम में भी नहीं जाने दिया। इसके बाद जब वे जबरन लेबर रूम में गए और जानकारी ली तो पता चला कि नवजात की मौत हो चुकी है। प्रसव के बाद जब उन्होंने गर्भवती महिला से बात की, तो उसने बताया कि प्रसव के समय डॉक्टर अशोक वर्मा, नर्सिंग स्टाफ और स्वीपर भी मौजूद थे। गर्भवती महिला ने बताया कि स्वीपर ने उसके पेट पर दबाव डालकर जबरन प्रसव करवाया। यह सुनते ही परिजनों ने हंगामा कर दिया और मौके पर बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए। सूचना मिलने पर लोसल थाना पुलिस मौके पर पहुँची और उन्हें समझाने का प्रयास किया।

परिजन बोले- दोषियों पर हो कार्रवाई

पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने और दोषियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर वे धरने पर बैठे हैं। कई घंटों तक धरने पर बैठे रहने के बावजूद किसी भी जिम्मेदार व्यक्ति ने परिवार से बात नहीं की। लोगों ने चेतावनी दी है कि जब तक उपजिला अस्पताल प्रभारी के खिलाफ उचित कार्रवाई नहीं होती, तब तक धरना खत्म नहीं होगा।

प्रसव के दौरान रुक गई थी बच्चे की धड़कन

इस मामले में अस्पताल प्रभारी डॉ. अशोक वर्मा का कहना है कि शाम 4:30 बजे फोन आया था। प्रसव के दौरान बच्चे की धड़कन रुक गई थी। इसके बाद जब शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. यादव को बुलाकर जाँच की गई, तो बच्चा मृत पाया गया।

सफ़ाई के लिए स्वीपर मौजूद है- प्रभारी
डॉक्टर का कहना है कि परिवार को इस हाई रिस्क डिलीवरी के बारे में पहले ही सूचित कर दिया गया था। अस्पताल के अनुसार, "परिवार को सीकर जाने के लिए कहा गया था, लेकिन परिवार ने कहा कि वे ऑपरेशन से डिलीवरी नहीं करवाना चाहते। स्वीपर से डिलीवरी करवाने का कोई मामला नहीं है। स्वीपर लेबर रूम में सिर्फ़ सफ़ाई के लिए मौजूद है।"

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