
भोपाल । मध्य प्रदेश में मानसून एक बार फिर पूरी ताकत से सक्रिय हो गया है। मौसम विभाग के ताजा पूर्वानुमान के मुताबिक, प्रदेश के मध्य से मानसून ट्रफ गुजर रही है और इसके साथ ही हवा के ऊपरी भाग में चक्रवाती गतिविधि भी देखने को मिल रही है। इन दोनों प्रणालियों के संयुक्त प्रभाव से प्रदेश के कई हिस्सों में तेज बारिश का दौर शुरू हो चुका है और आने वाले 72 घंटे तक इसका असर व्यापक रूप से देखने को मिलेगा।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने बताया कि एक से तीन सितंबर तक पश्चिमी मध्य प्रदेश के ज़िलों में अत्यधिक भारी वर्षा की संभावना बनी हुई है। विभाग ने स्पष्ट किया है कि अगले तीन दिनों तक लगातार रुक-रुक कर वर्षा का सिलसिला चलता रहेगा, जिसकी वजह से निचले इलाकों में जलभराव और ग्रामीण इलाकों में जनजीवन प्रभावित होने की आशंका है।
मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला के मुताबिक, मौजूदा परिस्थितियों में बंगाल की खाड़ी और अरब सागर दोनों तरफ से नमी मिल रही है। यही वजह है कि मध्यप्रदेश में लगातार हल्की से मध्यम बारिश का सिलसिला बना रहेगा और कई जगहों पर भारी बारिश की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है। विभाग ने बताया कि सोमवार को इंदौर, धार, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, भोपाल, रायसेन, राजगढ़, सीहोर, विदिशा, अशोकनगर, शिवपुरी, दतिया, गुना, ग्वालियर, हरदा, नर्मदापुरम, बैतूल, मुरैना, श्योपुर और भिंड जिलों में तेज बारिश के आसार हैं।
मौसम विभाग ने एक सितंबर को 19 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। इनमें झाबुआ, अलीराजपुर, धार, बड़वानी, देवास, खंडवा, सिवनी और बालाघाट जैसे ज़िले शामिल हैं। अलर्ट का अर्थ है कि इन ज़िलों में मौसम की गतिविधियां सामान्य से ज्यादा असर डाल सकती हैं, इसलिए स्थानीय प्रशासन और आमजन को सतर्क रहने की जरूरत है। वहीं, मौसम वैज्ञानिक देवेश सिंह ने बताया कि टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना-चित्रकूट में आंधी और बिजली के साथ भारी बारिश जारी रहने की संभावना है, साथ ही सागर, दमोह, श्योपुर कलां, भिंड, दतिया, मुरैना, निवाड़ी-ओरछा, ग्वालियर, शिवपुरी, जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर में बिजली गिरने के साथ मध्यम बारिश जारी रहने की संभावना है। रायसेन, अशोकनगर, विदिशा, नर्मदापुरम-पचमढ़ी, सिवनी, बालाघाट और गुना और मैहर, रीवा, उमरिया, शहडोल, मंडला, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, अनूपपुर, डिंडोरी, छिंदवाड़ा, पांढुर्ना, बैतूल, हरदा में हल्की बारिश होगी।
साथ ही देर रात में भी खंडवा-ओंकारेश्वर, खरगोन-महेश्वर, बुरहानपुर, बड़वानी, अलीराजपुर, धार-मांडू, रतलाम, झाबुआ, उज्जैन, आगर, मंदसौर, नीमच, शाजापुर, भोपाल, सीहोर, देवास, राजगढ़ और इंदौर में बारिश होने की संभावना है ।
मौजूदा मौसम प्रणाली
मौसम विज्ञान केंद्र ने जानकारी दी कि इस समय मानसून द्रोणिका बीकानेर, अजमेर, गुना, दमोह, रायपुर और पुरी से होकर बंगाल की खाड़ी तक सक्रिय है। उत्तर-पश्चिमी मध्यप्रदेश के ऊपर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। इसके अलावा राजस्थान के मध्य भाग में भी इसी तरह का चक्रवात मौजूद है। उत्तरी पाकिस्तान और पंजाब के पास भी पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। वहीं, उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी में एक और चक्रवात बनने से मौसम प्रणाली और मजबूत हुई है। मौसम विशेषज्ञों ने बताया कि 2 सितंबर को बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र विकसित हो सकता है, जो आने वाले दिनों में बारिश को और तेज़ कर देगा।
रविवार का बारिश का आंकड़ा
रविवार को सुबह 8:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक कई ज़िलों में उल्लेखनीय वर्षा दर्ज की गई। रतलाम में सबसे ज्यादा 27 मिमी बारिश दर्ज हुई। इसके अलावा गुना में 18, पचमढ़ी में 11, सीधी और रायसेन में 7-7, बैतूल, सतना और दतिया में 6-6, जबकि भोपाल और नर्मदापुरम में 5-5 मिमी बारिश हुई। छिंदवाड़ा में भी 3 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
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